
बिजली की मांग गुरुवार को बढ़कर अपने उच्चतम स्तर 236.59 गीगावाट पर पहुंच गई है

जलविद्युत उत्पादन में गिरावट और नए कोयला आधारित संयंत्रों के चालू होने में देरी से संकट गहरा सकता है

CWC के आंकड़ों से पता चलता है कि एक तिहाई से अधिक जलाशयों में क्षमता से 40 प्रतिशत से कम पानी है